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Sundar Pichai Struggle Story: जीरो से गूगल के सीईओ बनने तक की कहानी

Sundar Pichai Struggle Story जीरो से हीरो बनने तक की कहानी सुनकर हो जायेंगे हैरान |

दोस्तों , आपने तो एक कहावत/मुहावरा अवश्य ही सुना होगा कि “गुदड़ी का लाल” इस मुहावरे का अर्थ है “गरीब परिवार में पैदा हुआ प्रतिभाशाली व्यक्ति”। इस मुहावरे में “गुदड़ी” का अर्थ है “गरीबी” और “लाल” का अर्थ है “प्रतिभा”। इस प्रकार, इस मुहावरे से तात्पर्य है कि गरीबी के बावजूद, प्रतिभाशाली व्यक्ति अपनी प्रतिभा से उभर ही आता है।

प्रारंभिक जीवन परिचय

सुंदर पिचाई का जन्म 10 जून 1972 में तमिलनाडु, चेन्नई के एक साधारण परिवार में हुआ था। 2019 में सुंदर पिचाई को अल्फाबेट कंपनी के प्रमुख कार्यकारी अधिकारी के रूप में नियुक्त किया गया इससे पहले वे अल्फाबेट कंपनी के लिए ही कार्य करते थे । परंतु इस कंपनी के लिए संपूर्ण कारोबार को निर्देशित करने की जिम्मेदारी उन्हें 2019 में दी गई।

सुंदर पिचाई अमेरिकी व्यवसायी हैं जो अल्फाबेट कंपनी के सीईओ और उसकी सहायक कंपनी गूगल एलएलसी के सीईओ हैं। गूगल ने अपनी कंपनी का नाम अल्फ़ाबेट में बदल दिया। इसके बाद लेरी पेज ने गूगल खोज नामक कंपनी का सीईओ सुंदर पिचाई को बना दिया और स्वयं अल्फाबेट कंपनी के सीईओ बन गए। सुन्दर पिचाई ने गूगल सीईओ का पद ग्रहण 2 अक्टूबर, 2015 को किया। 3 दिसंबर, 2019 को वह अल्फाबेट के सीईओ बन गए।

सुंदई पिचाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ

सुंदर पिचाई का परिवार

प्रारंभिक जीवन और शिक्षाSundar Pichai का जन्म मदुरै, तमिलनाडु, भारत मे तमिल परिवार में लक्ष्मी और रघुनाथ पिचाई के घर हुआ। उनकी मां लक्ष्मी एक स्टेनोग्राफर थीं और उनके पिता रघुनाथ पिचाई ब्रिटिश समूह के जीईसी में एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। सुंदर के पिता का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट था जहां इलेक्ट्रिक कॉम्पोनेंट बनाए जाते थे। सुन्दर ने जवाहर नवोदय विद्यालय, अशोक नगर, चेन्नई में अपनी दसवीं कक्षा पूरी की और वना वाणी स्कूल, चेन्नई में स्थित स्कूल से बारहवीं कक्षा पूरी की। पिचाई ने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग में भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, खड़गपुर से अपनी बैचलर डिग्री अर्जित की। उन्होने एम. एस. सामग्री विज्ञान में स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय और इंजीनियरिंग और पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल से एमबीए किया जहां उन्हे एक विद्वान साइबेल और पामर विद्वान नामित किया गया।

उन्होंने अंजली नाम की लड़की से शादी की जो इंजीनियरिंग की पढ़ाई के दौरान उनके साथ पढ़ती थी और उन्हें दो बच्चे भी हैं। उनके बेटे का नाम किरण पिचाई और बेटी का नाम काव्या पिचाई है। फिलहाल अपने परिवार के साथ अमेरिका में निवास करते है और अपनी इस छोटे से साधारण परिवार से बहुत प्रेम करते हैं।

Sundar Pichai Education

सुंदर बचपन से ही पढ़ने लिखने मे बहुत तेज थे और आज अपनी ज्ञान के दम पर उन्होंने पूरे भारत का नाम दुनिया भर मे रौशन किया है। जैसा की हमने आपको बताया सुंदर का जन्म तमिलनाडु के एक साधारण परिवार मे हुआ था, उन्होंने 10वीं तक की पढ़ाई तमिलनाडु के मदुरै शहर के जवाहर विद्यालय से की थी। इसके बाद 12 वीं कक्षा की पढ़ाई वाना वानी स्कूल से की थी।

उन्होंने अपना अधिकांश समय पढ़ाई लिखाई मे लगा दिया और 12 वी के बाद IIT की एन्ट्रन्स परीक्षा पास कर के IIT Kharakpur मे अपना दाखिला करवाया। वहाँ उन्होंने मेटलर्जिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी। इसी दौरान उनकी मुलाकात अंजली से हुई थी और दोनों कॉलेज मे अच्छे दोस्त बने थे।

अपनी इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद वे स्कॉलरशिप पर पढ़ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय चले गए, वहाँ अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद उनकी नौकरी Albhabet नाम की कंपनी मे लगी, उसके बाद उन्होंने भारत आ कर अंगली से शादी की और वापस अमेरिका चले गए। धीरे धीरे इस कंपनी मे तरक्की लेते हुए आज सुंदर Google के CEO है।

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